Sunday, May 31, 2020

Motivational quotes with vedio

जो कही ना गई बात
   वो कहावत कह गई
जो सही ना गई बात
   वो बगावत कर गई
उलफत ए कसक
        कुछ यूँ रही साहिब
जो लगी चोट दिल पर
       वो कयामत कर गई।
✍️Seema choudhary 

Motivational quotes with vedio

तेरे कर्म ही मकबूल हैं
  बाकी सब फिजूल है
वक्त जाया ना कर
    व्यर्थ की बातों में
मरने के बाद
         सब धूल है।
✍️Seema choudhary


Friday, May 29, 2020

Motivational quotes

तूफानों की आहटों में
            दरवाजे  खोल  बैठे
जुबानो की रहटों  में
       बड़बोली आवाजे घोल बैठे
 और जब वक्त आया
                  आजमाइश का
तो पर्दे पीछे रहकर
        सबको तराजू मे तोल बैठै✍️Seema choudhary

Tuesday, May 26, 2020

मुसाफिरों से मुसाफिरों की
         जात क्या पुछना साहिब
जिदंगी एक सफर और
        हम सब इसके मुसाफिर।
   ✍️Seema choudhary

Sunday, May 24, 2020

Dedicated to late vishnu datt ji(SHO)

ईमानदार, निष्पक्ष,
             थाना प्रभारी दबंग
 फिर ये, आत्म हत्या का
                      कौनसा रंग
 प्रश्नचिन्ह ये किस पर कैसा
राजनीतिक भँवर के जैसा
 जाबांज थानाधिकारी पर
            कैसा तनाव, दबाव
तफ्तीश हो, बारिकियों से
           यही है हमारा सुझाव
राजस्थान पुलिस को
         उनका सर्वोत्तम योगदान
अविश्वसनीय वक्तव्य
     कैसे हारे, वो पुरुषोत्तम इंसान
कैसी मजबूरी रही,
            जाना चाहता है हर कोई
फिर से ना कोई भेंट चढे
जैसे चढे स्मरणीय
                 विष्णुदत विश्नोई
 सहृदय न्याय की गुहार है
 जन जन की यही पुकार है
      भावभीनी पलको से
         श्रध्दांजलि  अर्पित करते हैं
    शोकाकुल परिवारजनों को
     संवेदनाएं समर्पित करते हैं🙏
✍️Seema choudhary

Thursday, May 21, 2020

Motivational quotes

जो कही ना गई बात
                वो कहावत कह गई
जो सही ना गई बात
                 वो बगावत कर गई
उलफत ए कसक
              कुछ  यूँ रही साहिब
जो लगी चोट दिल पर
                वो कयामत कर गई।
       ✍️Seema choudhary

Monday, May 18, 2020

Quotes

ये किन हसरतो के पुलिंदे बाधें
ये किन। रगंतो  के परिदें बाधें
 जो उड ना सके उस आबोहवा में
     जिसके अब तक  कसिदे गाढे ✍️Seema choudhary

Sunday, May 17, 2020

कोरोना एक संदेश

फलसफे ये जिन्दगी के
                ऎसे हैं हुजूर
कभी कहीं इनसे रूबरू
              होते हैं जरूर
सुख में साथ,बुरे वक्त में
             हो जाते हैं दूर
हमने ये कैसा
         बना लिया दस्तूर
समय, काल, स्थिति, परिस्थिति
अक्षरश अवगत करा देती है हस्ती
  फिर कैसा भ्रम,
                 कैसा अभिमान
हमारे ही हाथ नहीं
                   हमारी कमान
 अंततोगत्वा कोरोना एकसंदेश है
         हम सभी का एक ही भेष है
आओ
 फिर से आत्मसात करें
एक नये युग की शुरुआत करें
  हर  जरूरतमंद का सहयोग करे
 इसांनियत का भरपूर उपयोग करें ✍️Seema choudhary

Saturday, May 16, 2020

Motivational quotes

ये किन हसरतो के पुलिंदे बाधें
ये किन। रगंतो  के परिदें बाधें
 जो उड ना सके उस आबोहवा में
     जिसके अब तक  कसिदे गाढे
            ✍️Seema choudhary

Friday, May 15, 2020

Motivational quotes

तिजारतो के आकार नही होते
इमारतों के कहार नहीं होते
करना है तो खुद पर
               विश्वास कर बन्दे
हिदायतों के दावेदार नहीं होते

      ✍️Seema choudhary

Thursday, May 14, 2020

एक चितंन

गर्दिशों के अल्फाज क्या कहूं
इंसानो के रस्मों -रिवाज  क्या कहूं
   
उलफत ए कसक सरे बाजार रही
समग्र बंधनो के  पार रही
.  फिर क्या जाति क्या
                              अवस्थाएं
     जायज है सब, जो भी हों   
                            व्यवस्थाएँ
इज्जत ए नुमांइदगी जब घर को
                                 निकली
जाति-धर्म, लोक - लाज पर
                                   फिसली
पर्दे पीछे हुए कत्लेआम क्या कहूं 
किस पर लगे इल्जाम क्या-कहूं
    बेगुनाही पर गुनहगारों की 
                            दावेदारी रही
   प्रताड़ित शख्सियत  हुई
                जिसकी वफादारी रही
गालिब हर गली में चोर है
झूठी शान ए शोकत का शोर है।
  चिंतनीय है, गौर कर
  ऐसा आलम चहूं और कर
भेद ना रहे, घर और बाजार में
उत्पीड़ित ना हो, कोई किसी.
                           आकार मे
मजहबी इनायतो के तालुकात.
                            क्या कहूं
इंसानी जज्बातों की हो मुलाकात
                             क्या कहूं।
                   
 ✍️Seema choudhary 

Wednesday, May 13, 2020

Motivational quotes

मुकदर के मुरीद बनते रहे
  गदर  के शहीद  होते रहे
  खुद के अक्ष को
            पहचाना  ना कभी
ओरों से उम्मीद  करते रहे।
      ✍️Seema choudhary

Tuesday, May 12, 2020

Shayari

तुझसे मुखातिब नहीं ख्याल मेरा
सोचती हूं कोई ओर ख्वाब कर लूं
कब कब कितना रूलाया तूने
        ठहर थोङा हिसाब कर लूं।✍️seema choudhary

Ajeeb dasta h ye


Sunday, May 10, 2020

Motivational quotes

बेहिसाब महफ़िलों के
            हिसाब नहीं किया करते
बेजार मंजिलों के
            ख्वाब नहीं लिया करते
कब तक यूं राह देखोगे किसी की
  राह देखने वाले कभी
         खिताब नहीं लिया करते
        ✍️Seema choudhary

Saturday, May 9, 2020

माँ (mothers day special)

प्रेम ही प्रारंभ, आपके प्रेम का   
                     कोई छोर नहीं
माँ  आप जैसा जहां मे
                     कोई ओर नहीं
प्रेममयी ममता की मूर्त
देखूँ हर पल तेरी सूरत
नमन करते तुझको पर्वत
तेरे आगे झुकती कुदरत
  तेरी चांदनी देख छुप जाये चंद्रमा
  तेरी रोशनी से चमके
                    सूरज का आसमां
तेरे प्रेम की बदली बरखे
देख - देख बादल भी तरसे
तेरे त्याग को अम्बर परखे
धरा मिलन को पल - पल तरसे
       तेरे पावन चरणों में माता
       शिश नवाता भाग्य विधाता
          तेरी गोद से इंसान आता
        तेरे दम पर चक्रव्यूह चलाता
दयामयी देवी की प्रतिमा
जान ना पाये तेरी महिमा
      ममतामयी प्यारी मां
कैसे करें हम तेरी उपमा
     कैसे लिखे लफ़्ज़ों में तुझे
           कागद छोटा पङ जाये
कहां भरे तेरे स्नेह के मोती
                 समंदर मे ना समाये
माँ तेरे आंचल के आगे,
            अंबर भी शरमा जाये
माँ  के बलिदान की गाथा
            स्वयं प्रकृति भी गाऐ
मिश्री से मीठा घोल है
            और नहीं कोई बोल है
माँ का क्या मोल है
             मां तो अनमोल है।
 मौत से शुरू जो
    जीवन की सीमा पर खत्म नहीं
माँ आप जैसा
              जहां मे कोई ओर नहीं।. 
        ✍️Seema choudhary

कोरोना का प्रहार

झरोखों से झांकती रही आखें
     ये क्या कहती रही सलाखें
बिम्ब, प्रतिबिंब ये कैसा
         झूठा दंभ ये कैसा
यूं तो बाग है, बहार है
दरवाजे पर मगर,
      कोरोना का प्रहार है।
       ✍️seema choudhary

Wednesday, May 6, 2020

गुजारिशों के चिलमन में, ताकते रहे
सिफारिशों से दामन, संवारते रहे
 खुद को देखा देखा ना कभी आइने में
            ताउम्र ओरों को आंकते रहे।
      ✍️Seema choudhary

Sunday, May 3, 2020

Dedicated to all fighter

वतन  ए जियारत, को जब चले
    हर  इबादत में तब वो मिले
इंसानी रूहों में,
              बसते ये भगवान
चिकित्सक, पुलिस, सफाईकर्मी
             और  देश के जवान
रुप अनेक, रियासत एक है
राष्ट्र हित मे, ये, शहादत एक है
     नि:शब्द, निरुत्तर सी कलम
क्या लिखे,, इनके कर्मठ  जन्म
  बेपरवाह, बेबाक, महान, योद्धा
  देश प्रेम ने किया,
             ख्वाहिशों से समझौता
क्या डगर, क्या पहर
   चाहे हो, करोना का कहर
    ना थके,ना रूके
    ना डरे, ना झुके
निर्विवाद, निरंतर, प्रयासरत
करते रहे वतन की हिफाजत
  निश्चल, निडर,
                 शख्सियत   कमाल
अजेय, अजर
                 जीवंत , मिसाल
   हम सभी
सादर, शत नमन,
                आभार व्यक्त  करें
और प्रेरित हो,
              देश सुदृढ सशक्त करें।
     ✍️Seema choudhary

Saturday, May 2, 2020

जीवन का सार

ये जो बाजार है,
                 दिन चार है                         
 चिंतन-मनन कर,
         क्या जीवन का सार है।
  जहां, जैसा, जो भी है
मत्यु अवश्यभावी, तो भी है।
       चिर - परिचित सा, हर कोई
    फिर भी डरा-डरा सा,हर कोई।
ये जो समाचार है,
         क्षणभंगुर जीत-हार है
 सत्य यही एक,
              झूठा ये दरबार है।
धर्म - जाति, मेरा, तेरा
हर किसी को, इसी ने घेरा।
   ये जो बयार है,
           एक व्यापार है
यहां हर  किसी का
   हर किसी से निजी व्यवहार है।
इंसानियत ही हो मजहब,
    यही मुल्कों की दरकार है,
सार्थक, यही है सबब,
               व्यर्थ ये टकरार है।
ये जो परोपकार है,
        अतुल्य, अमर, साकार है
वही मोक्ष से सरोकार है,
  जिसके जीवन का ये आधार है।
       ✍️Seema choudhary

Friday, May 1, 2020

कायनातो के घर, नहीं होते
वारदातों के पर, नहीं होते
   जरा संभल के चल ए मुसाफिर
सियासतों  के दर, नहीं होते।
                      ✍️Seema choudhary

खुद से खुद का मिलन

ये मैं हूं या कोई ओर है,
अन्तर्मन मे कैसा ये शोर है।
 बेजान  सा तन है या मुझमें मैं
                               जिंदा हुआ
पर कटे हैं मगर आजाद कोई
                              परिदां हुआ
गैर से विरह की व्यथा है
या
     स्वयं से मिलन की खुशी है
किसी सत्य की तलाश में
             ये कैसी खुदकुशी है।
टूट के हूं चूर, या कोई गुरूर है,
   बेसुध सा मैं या कोई सुरुर है।
ये उजडा है चमन या        पल्लवित कलियों का आगाज है,
कराहता सा दामन मेरा या
         बुलंदियों भरी आवाज है।
बेगानो से  तिरस्कृत हुआ या
          आत्मस्वीकृत हुआ
ये कैसी शक्ति से चमत्कृत हुआ।
बिराने आइने सेआत्मज्ञान की ये           
                      अवस्था रही,
विधि के विधान की ये कैसी
                               व्यवस्था रही।  seema Choudhary ✍️